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Friday, May 16, 2008

चलो कांस ही सही

सुनकर अटपटा जरूर लगता है मगर क्या करें ये काम का बोझ है की बच्चन परिवार के सदस्यों को आपस मैं मिले हफ्तों गुजर जाते हैं कहते हैं काम के सिलसिले मैं परिवार के सभी सदस्य अलग - अलग शहरों मैं व्यस्त रहते हैं इन दिनों बिग बी अपने ब्लॉग मैं इस तरह उलझे हुए हैं की उन्हें ब्लॉग के अलावा फिलहाल कुछ और सूझ ही नहीं रहा है भला हो इस कांस फेस्टिवल का जो कम से कम किसी परिवार को एक साथ बैठने का अवसर दे रहा है एश्वर्या राय बच्चन इस फेस्टिवल मैं लोरियल कम्पनी की ब्रान्द्द एम्बेसडर की हैसियत से मौजूद रहेंगी

अब व्यस्त रहना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

आम तौर पर यह माना जाता है की ज्यादा व्यस्त रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है किंतु हाल ही मैं जर्मनी मैं हुए एक अध्ययन के अनुसार काम की ज्यादा से ज्यादा व्यस्तता हम सबकी सेहत के लिए लाभप्रद है अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार जो लोग चुनौतीपूर्ण काम करते हैं तथा अपने दिमाग को काम मैं ज्यादा से ज्यादा प्रयोग मैं लाते हैं उन्हें दीमेंशिया नामक बीमारी नहीं होती और उनका स्वास्थ्य भी काफी अच्छा रहता है जबकि इसके विपरीत पाया गया की काम मैं व्यस्त न रहने वाले लोग दीमेंशिया के शिकार हो रहे हैं इसलिए ध्यान रखें की अपने दिमाग को काम मैं व्यस्त और ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रखें

जयपुर मैं सीरियल धमाके

जयपुर मैं हुए सीरियल धमाकों को अब दो दिन हो गए हैं , आम जनजीवन भी धीरे - धीरे सामान्य होने लगा है ,लेकिन इन धमाकों ने एक बार फिर हमारे दिलों को दहला कर रख दिया है मजबूत सुरक्छा तंत्र के बीच होने वाली इन वारदातों से हमें भी एक बार फिर से सोचने को मजबूर होना पढ़ रहा है कीहम सुरक्चित कहाँ है ? दुख की बात तो यह है की जिसने इसी वारदातें करनी होती हैं वे तो वारदातें करके पतली गली से निकल जाते हैं और हाथ पर हाथ धरे रह जाते हैं या फिर पिछली अन्य घटनाओं की तरह लकीर पीटते ही रह जाते हैं

अदालती फैसलों पर आधारित टी वी धारावाहिक भावंदर

प्रभावपूर्ण और सच्ची व सूचनात्मक जानकारी प्रदान कराने के वादे के साथ आई बी एन ७ जल्दी ही अदालतों के फैसले पर आधारित धारावाहिक भावंधर लेकर दर्शकों के बीच आ रहा है हर सप्ताह प्रसारित होने वाले इस धारावाहिक मैं ऐसे सामाजिक और न्यायिक विषयों को दिखाया जायेगा जो हमें आज भी प्रभावित करते हैं इसमें पैसलों को नाटक का रूप देकर प्रस्तुत कराने का प्रयास किया गया है जिससे दर्शक घटना के घटने और केस के अदालत मैं चलने का अनुमान लगा सकेगा इसके माध्यम से लोग न्यायपालिका को समझ सकेंगे इन धटनाओं के जरिये समाज मैं फैली विसंगतियों पर भी प्रकाश डाला जा सकेगा किसी समाचार चैनल पर यह अपने किस्म का पहला धारावाहिक होगा
सचमुच आई बी एन ७ का न्याय और न्यायालय के प्रति हमारी व आपकी सोच को बदलने का जो प्रयास कर रहा है इसमें उसे कितनी सफलता मिलाती है यह ततो भविष्य के गर्त मैं है ? फिलहाल हम इनके प्रयास की सराहना अवश्य कर सकते हैं यह धारावाहिक आपको जल्दी ही दिखायी देने लगेगा